‘ॐ’ – कार

‘ॐ’ – कार

ॐ-कार का उच्चारण करने में ‘अ’-कार से मन का उत्थान होता है, ‘उ’-कार मन को गति देता है तथा ‘म’-कार में मन लय होता है ।

इस प्रकार ॐ(अ+उ+म) में ब्रह्मा, विष्णु तथा शिव तीनो दैवत है और रज, सत, और तम तीनो गुण सम्मिलित है । इसमें उत्पत्ति, स्थिति तथा लय तीनो क्रियाएं है ।

ॐ-कार महा-मन्त्र है, तारक मन्त्र है, मन्त्र-राज है । ईश्वर की तीनों क्रियाएं सम्मिलित होने से यह ईश्वर का नाम है ।

ॐ-में सातों स्वर मिले हुए है ।

This Post Has One Comment

  1. Kalpeshbohara

    ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय

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